किसानों पर ड्रोन के प्रयोग को लेकर हरियाणा व पंजाब सरकार आमने-सामने
सत्य खबर,अंबाला।
शंभू बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन के बाद पंजाब और हरियाणा सरकार की तकरार बढ़ गई है। पंजाब के पटियाला प्रशासन ने हरियाणा पुलिस के उनकी सीमा पर ड्रोन उड़ाने पर एतराज जताया। इसके जवाब में अब अंबाला प्रशासन ने शंभू बॉर्डर पर चाइनीज डोर के इस्तेमाल पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने चाइनीज डोर पर पाबंदी की बात कहते हुए इस पर रोक लगाने की मांग की है।
इसी डोर से आंसू गैस के गोले छोड़ रहे हरियाणा पुलिस के ड्रोन को गिराने की कोशिश की गई। प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि एक ड्रोन को गिराया गया है। हालांकि हरियाणा पुलिस ने इससे इनकार करते हुए अफवाह करार दिया है।
अंबाला के DC डॉ. शालिन ने मीडिया को विज्ञप्ति जारी कर इसके बारे में बताया। उन्होंने कहा कि पतंग उड़ाने वालों पर कार्रवाई करने के लिए पंजाब प्रशासन से आग्रह किया है। डीसी के मुताबिक, किसानों द्वारा जो पतंगे उड़ाई जा रही थी वे प्रतिबंधित चाइनीज डोर के माध्यम से उड़ाई जा रही थी।
DC ने दावा किया कि पतंग की डोर संपर्क में आने पर ड्रोन ने उसे काट दिया। जिसके बाद पुलिस ने ड्रोन की सेफ लैंडिंग कराई। चाइनीज डोर का प्रयोग पतंग उड़ाने के लिए पूर्ण रूप से बैन है।
इससे पहले पटियाला के DC शौकत अहमद पर्रे ने अंबाला के DC डॉ. शालिन को लेटर भेजा। जिसमें उन्होंने कहा कि हरियाणा पुलिस के ड्रोन शंभू बॉर्डर पर पंजाब की सीमा में आ रहे हैं। जहां वे शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे किसानों पर आंसू गैस के गोले फेंक रहे हैं। पटियाला डीसी ने इसे तुरंत रोकने को कहा। जिसके बाद डीसी पर्रे ने दावा किया कि उनके लेटर के बाद हरियाणा पुलिस ने अपने ड्रोन को हरियाणा सीमा तक सीमित कर लिया है।
हरियाणा के गृहमंत्री भड़क गए
पटियाला DC के लेटर का पता चलते ही हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज भड़क गए। उन्होंने सीधे पंजाब सरकार से पूछा कि ड्रोन नहीं भेजने का मतलब क्या यह भारत-पाकिस्तान बॉर्डर बन गया है। उन्होंने पंजाब सरकार की कारगुजारी पर भी सवाल खड़े करते हुए पूछा कि किसानों को पंजाब की सीमा में क्यों नहीं रोका गया। अगर कोई हमारी पुलिस को मारकर पंजाब में भाग जाएगा तो क्या हम उसके पीछे जाकर उसे पकड़ नहीं सकते। पंजाब सरकार क्या दिल्ली को दहलाना चाहती है।